ईमानदारी व सच्चाई सबसे बडा संतोष सुख है यह साबित किया है समसपुर गांव निवासी जागेराम के पुत्र उमेश कुमार ने, उन्होंने रास्ते में मिले पर्स के मालिक को ढूंढ कर उनके कागजात व नगद राशी लौटा दी। उन्होंने पूरे वाकया के बारे मे बताया कि कल दादरी से समसपुर जाते समय हनुमान मंदिर के निकट उन्हें एक पर्स पडा मिला, जिसको उन्होने चैक किया तो पता चला कि जिसमें कुछ रुपए और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। कागजात के आधार पर उन्होंने आसपास काफी उसकी छानबीन की तथा इधर-उधर जानकारी ली। इसमें मिले दस्तावेजों से पता चला कि यह पर्स दादरी के चरखी गेट निकट रहने वाले रवी कुमार का है जो डाक पार्सल की जॉब करता है। उमेश ने कागजात के आधार पर मिले नंबरों के जरिए तत्काल रवि को फोन किया व इस विषय में जानकारी दी। जिसके बाद उक्त पर्स का मालिक रवि कुमार मौके पर पहुंचा तो पूरी तसल्ली करने के उपरांत उमेश ने इसमें मिले 17800 रुपए व सभी दस्तावेज वापस किए तथा। रवि ने उमेश कुमार और उनके परिवार का बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।
गांव फतेहगढ के एक ही परिवार के दो बच्चों द्वारा जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में प्रथम रहते हुए उपलब्धि हासिल की गई है
चरखी दादरी – गांव फतेहगढ के एक ही परिवार के दो बच्चों द्वारा जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में प्रथम रहते हुए उपलब्धि हासिल की गई है। दोनों ने अलग अलग…