नूहं में हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (HSIIDC) द्वारा किए जा रहे काम को रूकवाने को लेकर किसान और पुलिस अब आमने सामने आ गए हैं। जहां किसानों ने जमकर हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों का स्पष्ट कहना है कि जब तक हमें मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक हम आईएमटी रोजकामेव में बिल्कुल काम नहीं होने देंगे। पुलिस फिलहाल किसानों को समझाने की कोशिश कर रही है, लेकिन किसान पीछे हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं।
नूहं जिले में पिछले करीब डेढ़ वर्षों से भूमि अधिग्रहण मुआवजे की मांग को लेकर आईएमटी रोजकामेव में धरने पर बैठे 9 गांव के किसानों ने शनिवार को भारतीय किसान मोर्चा के बैनर तले महापंचायत बुलाई। जिसमें भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद सहित कई किसान संगठनों के नेताओं ने भी भाग लिया था।
उक्त मामले की जानकारी जब प्रशासन को मिली तो मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दी गई।
यह धरना करीब डेढ़ साल से चल रहा है
वहीं किसान नेता रवि आजाद ने भी इस मामले में कहा कि करीब डेढ़ साल से धीरधुका गांव में भूमि मुआवजे को लेकर धरना जारी है।
इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने अनेकों आश्वासन दिया और यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री से उनकी बैठक करवाकर समस्या का समाधान करवाएंगे। और अब पिछले 11 मार्च को आईएमटी रोजकामेव में काम रूकवाने के मामले में पुलिस ने 107 किसानों को हिरासत में ले लिया था जिसमें 54 महिलाएं शामिल थीं।
हरियाणा रोडवेज की बस बुलाई गई थी इस गिरफ्तारी के लिए
धरने पर बैठे किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। वहीं पुलिस बल ने भी मौके पर मोर्चा संभाला हुआ है ।
फिलहाल मामला पूर्णरूपेण गर्माया हुआ प्रतीत होता है।
25 फरवरी 2024 से जारी है यह धरना